आज तुम कितनी रोटियां खाओगे? आज तुम कितनी रोटियां खाओगे?
तब माँ ने कहा बेटा तुम्हें कभी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।क्या आप जानते हैं कि मेरी आंख कै तब माँ ने कहा बेटा तुम्हें कभी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।क्या आप जानते हैं कि मेरी ...
लेखक: मिखाइल बुल्गाकव अनुवाद.: आ..चारुमति रामदास लेखक: मिखाइल बुल्गाकव अनुवाद.: आ..चारुमति रामदास
और जब बिजली जोर से कड़कती थी तो मां हम सभी भाई-बहनों को लिपटाकर दिवार के किनारे सट कर खड़ी हो जाती थ... और जब बिजली जोर से कड़कती थी तो मां हम सभी भाई-बहनों को लिपटाकर दिवार के किनारे ...
माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी। माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी।
जो नाम उनके बेटों को काबिल बना कर विदेश मे रहन के योग्य बनाया आज वह नाम पहचान खो रहा थ जो नाम उनके बेटों को काबिल बना कर विदेश मे रहन के योग्य बनाया आज वह नाम पहचान खो...